राजस्थान विस्तार की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है और वहां के पोशाक
वस्त्र खानपान और घूमने के लिए आकर्षक राज्य है. राजस्थान में हर जगह तरह-तरह के
किले देखने को मिलते हैं. जो बड़े ही आकर्षक का केंद्र बने हुए हैं.
वस्त्र खानपान और घूमने के लिए आकर्षक राज्य है. राजस्थान में हर जगह तरह-तरह के
किले देखने को मिलते हैं. जो बड़े ही आकर्षक का केंद्र बने हुए हैं.
मगर भानगढ़ के बाहर पुरातत्व विभाग द्वारा सूचित किया जाता है कि, सूर्योदय
से पहले और सूर्यास्त के बाद कोई भी प्रवेश नहीं कर पाएगा. तो आखिर भानगढ़ Bhangarh kila rajasthan में
ऐसा क्या है जो, आमजन को वहां जाने से रोकता है. और अगर कुछ है तो इसके पीछे क्या
कारण है. मगर वहां रुका हुआ कोई भी व्यक्ति इसका कारण नहीं बता सका मगर कुछ
स्थानिक जनों से कई बातें पता चलती है.
से पहले और सूर्यास्त के बाद कोई भी प्रवेश नहीं कर पाएगा. तो आखिर भानगढ़ Bhangarh kila rajasthan में
ऐसा क्या है जो, आमजन को वहां जाने से रोकता है. और अगर कुछ है तो इसके पीछे क्या
कारण है. मगर वहां रुका हुआ कोई भी व्यक्ति इसका कारण नहीं बता सका मगर कुछ
स्थानिक जनों से कई बातें पता चलती है.
भानगढ़ किला राजस्थान Bhangarh kila rajasthan के अलवर जिले में अरावली पर्वत की श्रृंखला
में स्थित है. यह किला दिल्ली से मात्र 230 से 240 किलोमीटर की दूरी पर है. इस
किले का निर्माण 17 वी शताब्दी में भगवंत दास ने उनके बेटे माधो सिंह के लिए
करवाया था. किले के बाहर भी करीब 1300 लोगों का गांव विकसित हो रहा था. मगर एक
घटना घटित होने के बाद किला आज भूतिया किला bhutiya kila होने में कोई शक नहीं है.
में स्थित है. यह किला दिल्ली से मात्र 230 से 240 किलोमीटर की दूरी पर है. इस
किले का निर्माण 17 वी शताब्दी में भगवंत दास ने उनके बेटे माधो सिंह के लिए
करवाया था. किले के बाहर भी करीब 1300 लोगों का गांव विकसित हो रहा था. मगर एक
घटना घटित होने के बाद किला आज भूतिया किला bhutiya kila होने में कोई शक नहीं है.
भानगढ़ की रानी रत्नावती bhangarh fort rani ratnavati इतनी खूबसूरत थी की, हर कोई उन्हें उनकी खूबसूरती से
निहारता रहता था. लेकिन काला जादू करने वाले तांत्रिक की कुदृष्टि रानी रत्नावती rani ratnavati पर थी. वह कुछ भी करके उन्हें पाना चाहता था.
निहारता रहता था. लेकिन काला जादू करने वाले तांत्रिक की कुदृष्टि रानी रत्नावती rani ratnavati पर थी. वह कुछ भी करके उन्हें पाना चाहता था.
एक बार रानी रत्नावती rani ratnavati उनकी सहेलियों के साथ बाजार में इत्र खरीदने के लिए
गए थे…और यह बात वह तांत्रिक को पता चल गई. वह तांत्रिक ने उस इत्र में काला
जादू किया था की, अगर रानी वह इत्र लगाने से हमेशा हमेशा के लिए उसकी हो जाएगी.
गए थे…और यह बात वह तांत्रिक को पता चल गई. वह तांत्रिक ने उस इत्र में काला
जादू किया था की, अगर रानी वह इत्र लगाने से हमेशा हमेशा के लिए उसकी हो जाएगी.
मगर यह बात रानी को पता चल गई और उस इत्र को चट्टान पर फेंक दिया. इससे
काला जादू का उल्टा असर पड़ गया और तांत्रिकने श्राप दे दिया. और उसके श्राप के
अनुसार वहां कोई भी नहीं बस पाएगा और वहां रहने वालों की मृत्यु हो जाएगी और कुछ
समय पश्चात यह किला उजड़ गया.
काला जादू का उल्टा असर पड़ गया और तांत्रिकने श्राप दे दिया. और उसके श्राप के
अनुसार वहां कोई भी नहीं बस पाएगा और वहां रहने वालों की मृत्यु हो जाएगी और कुछ
समय पश्चात यह किला उजड़ गया.
और आज भानगढ़ वह स्थान है, जिसपुरातत्व वैज्ञानिकों ने सामान्य नहीं माना है कि,
जिस में भूतों की होने की पूरी आशंका है. और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने
बाहर सूचित कर दिया है की, सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद किसी भी व्यक्ति
को किले मैं जाना वर्जित है. और आज भानगढ़ bhangarh the most haunted place in India
मैं जाना जाता है.
जिस में भूतों की होने की पूरी आशंका है. और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने
बाहर सूचित कर दिया है की, सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद किसी भी व्यक्ति
को किले मैं जाना वर्जित है. और आज भानगढ़ bhangarh the most haunted place in India
मैं जाना जाता है.