मिशनरी दिवस कब है? Missionary day in india

मिशनरी दिवस एक क्षेत्रीय उत्सव है, जो भारत के मिजोरम में मनाया जाता है. हर साल मिजोरम में 11 जनवरी को मिशनरी डे मनाया जाता है.
मिशनरी दिवस कब है – When is Missionary Day?
मिशनरी दिवस Missionary Day भारत के मिज़ोरम में मनाया जाने वाला एक क्षेत्रीय अवकाश है जो एक सदी पहले राज्य में दो वेल्श ईसाई मिशनरियों के आगमन की याद दिलाता है.
यह अवकाश भारत में हमेशा 11 जनवरी को मनाया जाता है, और राज्य सरकार द्वारा इसे सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है. इस दिन सरकारी कार्यालय और शिक्षण संस्थान बंद रहते है.
History of Missionary Day – मिशनरी दिवस का इतिहास
रेव.जे.एच. लोरेन और रेव.एफ.डब्ल्यू. सैविज 11 जनवरी 1894 को असम से नाव से तत्कालीन मिजोरम के कुछ क्षेत्र में ईसाई धर्म का प्रसार करने के लिए पहुंचे. इसके परिणाम स्वरूप लगभग सभी मिज़ो नागरिक नए धर्म में परिवर्तित हो गए.
• मिशनरियों ने मिजोरम के उत्तरी भाग में प्रेस्बिटेरियन चर्च और राज्य के दक्षिणी भाग में बैपटिस्ट चर्च की स्थापना की।
• इस दिन को यादगार बनाने के लिए, स्थानीय चर्च प्रार्थना करते है और सामुदायिक भोजन का आयोजन करते है.
दो मिशनरियों, रेव.जे.एच. लोरेन और रेव.एफ.डब्ल्यू. सैविज ने लुशाई (मिज़ो)-अंग्रेज़ी शब्दकोश बनाया, जिसे स्थानीय लोग पु बुंगा डिक्शनरी के नाम से जानते है. जिन्होंने मिजोरम के उत्तरी भाग में प्रेस्बिटेरियन चर्च और मिज़ोरम के दक्षिणी भाग में बैपटिस्ट चर्च की स्थापना की. उन्होंने रोमन लिपि का उपयोग कर मिजो अक्षर बनाकर शिक्षा का प्रसार भी किया.
FAQs
• मिशनरी दिवस Missionary Day को प्रेस्बिटेरियन चर्च द्वारा अपने स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
• मिजोरम ने सोमवार को 1890 के दशक में वेल्स से मिजोरम में दो मिशनरियों के आगमन की 127वीं वर्षगांठ मनाने के लिए “मिशनरी दिवस” मनाया.
• सभी सरकारी कार्यालय और कुछ व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे क्योंकि राज्य सरकार ने इस दिन को पवित्र करने के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था.