दोस्तों अपने रामायण में कुंभकरण के बारे में तो सुना ही होगा कि वह कितने
महीनों तक सोया हुआ रहता था. मगर क्या आपने कलयुग में ऐसा देखा है. जी हां,
दोस्तों आपको बताने जा रहे हैं…एक ऐसे ही गाँव के बारे में, जहां लोगों कई
दिनों तक सोए हुए रहते हैं. जी हां यह सच है. कजाखस्तान के कलाची गांव मैं लोगों
को ऐसी बीमारी होती है.
महीनों तक सोया हुआ रहता था. मगर क्या आपने कलयुग में ऐसा देखा है. जी हां,
दोस्तों आपको बताने जा रहे हैं…एक ऐसे ही गाँव के बारे में, जहां लोगों कई
दिनों तक सोए हुए रहते हैं. जी हां यह सच है. कजाखस्तान के कलाची गांव मैं लोगों
को ऐसी बीमारी होती है.
जहां लोग कई दिनों तक सोए हुए रहते हैं…और फिर जब उठते हैं तब उन्हें पता ही
नहीं चलता की उनके साथ क्या हुआ, वे क्या कर रहे थे और कब सो गए. वह भी उन्हें
नहीं पता होता अरे जहां पर काम कर रहे होते हैं कहीं पर जाते हैं और वही के
वहीं लुढ़क जाते है.
नहीं चलता की उनके साथ क्या हुआ, वे क्या कर रहे थे और कब सो गए. वह भी उन्हें
नहीं पता होता अरे जहां पर काम कर रहे होते हैं कहीं पर जाते हैं और वही के
वहीं लुढ़क जाते है.
कई लोग तो रास्ते पर सो जाते हैं. इसलिए इस गांव को Sleepy Hollow भी कहते हैं.
इस बीमारी का पहला किस्सा साल 2010 में अचानक स्कूल में अध्यापक और बच्चे
सो गए और कई दिनों तक सोते रहे और उठने के बाद उन्हें पता ही नहीं चला कि वे कब
और कैसे सो गए.
इस बीमारी का पहला किस्सा साल 2010 में अचानक स्कूल में अध्यापक और बच्चे
सो गए और कई दिनों तक सोते रहे और उठने के बाद उन्हें पता ही नहीं चला कि वे कब
और कैसे सो गए.
इस गांव में करीब 600 लोग रहते हैं उनमें से 14% लोग इस बीमारी का शिकार
हुए हैं. साइंस ने कई परीक्षण किए मगर कुछ हाथ नहीं लगा फिर उन्हें इस गांव में
यूरेनियम की खान पर शक हुआ मगर फिर भी कुछ हाथ नहीं लगा सरकार ने लोगों
को गांव से शिफ्ट होने की परमिशन दे दी है.
हुए हैं. साइंस ने कई परीक्षण किए मगर कुछ हाथ नहीं लगा फिर उन्हें इस गांव में
यूरेनियम की खान पर शक हुआ मगर फिर भी कुछ हाथ नहीं लगा सरकार ने लोगों
को गांव से शिफ्ट होने की परमिशन दे दी है.